Ayurvedic Superfoods: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में महिलाएं एक साथ कई जिम्मेदारियां निभाती हैं। घर और बाहर के कामों के बीच अक्सर वे अपने शरीर की ज़रूरतों को नज़रअंदाज़ कर देती हैं। नतीजा यह होता है कि थकान, स्ट्रेस, हार्मोनल इम्बैलेंस, हड्डियों की कमजोरी और पाचन संबंधी दिक्कतें आम हो जाती हैं। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि महिलाओं में इन समस्याओं का कारण कमजोरी नहीं बल्कि पोषण की कमी होती है। आयुर्वेद में महिलाओं के शरीर को बेहद पवित्र और खास माना गया है, जिसे रोजाना पोषण की आवश्यकता होती है।
आइए जानते हैं कुछ ऐसे आयुर्वेदिक सुपरफूड्स जिन्हें महिलाएं अपनी डाइट में शामिल कर सेहत को बेहतर बना सकती हैं।
शतावरी
शतावरी को महिलाओं का टॉनिक कहा जाता है। यह प्रजनन स्वास्थ्य, मानसिक शांति और हार्मोन बैलेंस में मदद करता है। पीरियड्स में चिड़चिड़ापन, पेट की गर्मी और तनाव की स्थिति में भी यह लाभकारी माना जाता है। शतावरी पाउडर को रात में गुनगुने दूध के साथ लेना अच्छा रहता है।
काला तिल
काले तिल कैल्शियम, आयरन और हेल्दी फैट का खज़ाना हैं। यह हड्डियों को मज़बूत करते हैं और हार्मोनल बैलेंस को बनाए रखते हैं। खासकर डिलीवरी के बाद और मेनोपॉज़ के समय महिलाओं को तिल का सेवन ज़रूर करना चाहिए। भुने हुए तिल को सब्जियों या सलाद में शामिल करना आसान और हेल्दी विकल्प है।
आंवला
आंवला विटामिन C का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है। यह इम्यूनिटी को मजबूत करता है, स्किन और बालों को पोषण देता है और पाचन में मदद करता है। एक्ने या बाल झड़ने की समस्या वाली महिलाओं के लिए यह बेहद लाभकारी है। सुबह आंवले का जूस पीने से लंबे समय तक हेल्थ बेनिफिट मिलते हैं।
रागी
रागी में भरपूर मात्रा में कैल्शियम, आयरन और अमीनो एसिड होते हैं। यह हड्डियों को मजबूत करने और नींद को बेहतर बनाने में मदद करता है। मेनोपॉज़ के बाद महिलाओं को अक्सर हड्डियों की कमजोरी होती है, ऐसे में रागी को डाइट में शामिल करना काफी फायदेमंद है।
घी
आयुर्वेद में घी को ओज और बल देने वाला माना गया है। यह पाचन को दुरुस्त करता है, त्वचा को पोषण देता है और तनाव कम करता है। रात को दूध में जायफल और घी मिलाकर पीने से नींद की क्वालिटी भी बेहतर होती है।
महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए संतुलित डाइट और सही सुपरफूड्स बेहद जरूरी हैं। शतावरी, तिल, आंवला, रागी और घी जैसे आयुर्वेदिक विकल्प न सिर्फ शारीरिक मजबूती देते हैं बल्कि मानसिक संतुलन और लंबे समय तक एनर्जी भी बनाए रखते हैं।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य जागरूकता और शैक्षणिक उद्देश्य के लिए है। यह किसी भी तरह से चिकित्सीय परामर्श का विकल्प नहीं है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या या इलाज के लिए हमेशा अपने चिकित्सक या योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श लें।
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