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Sleep Problems: नींद की समस्या का कारण हो सकती है विटामिन की कमी, जानें किन पोषक तत्वों की है ज़रूरत

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Sleep Problems: आजकल गहरी और आरामदायक नींद पाना कई लोगों के लिए मुश्किल हो गया है। कोई देर रात तक करवटें बदलता है, तो किसी की नींद बार-बार टूट जाती है। ज़्यादातर लोग इसका कारण तनाव, थकान या अनियमित दिनचर्या मानते हैं, लेकिन एक्सपर्ट्स के अनुसार नींद की समस्या का एक बड़ा कारण शरीर में विटामिन्स और मिनरल्स की कमी भी हो सकती है।

विटामिन D और नींद का संबंध

विटामिन D शरीर के नींद चक्र (Sleep Cycle) को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभाता है। इसकी कमी से थकान, चिड़चिड़ापन और रात में अनिद्रा जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। जिन लोगों को धूप कम मिलती है, उनमें यह कमी ज़्यादा पाई जाती है।
रोजाना 20-30 मिनट धूप में समय बिताना और आहार में दूध, अंडे व मशरूम जैसी चीज़ें शामिल करना नींद सुधारने में मददगार हो सकता है।

विटामिन B12 का महत्व

विटामिन B12 दिमाग और नर्वस सिस्टम को स्वस्थ बनाए रखने में अहम है। इसकी कमी से शरीर में मेलाटोनिन हार्मोन का संतुलन बिगड़ सकता है, जो नींद लाने में मदद करता है। यही वजह है कि B12 की कमी वाले लोगों को नींद देर से आती है या रात को बार-बार टूटती है।
इस कमी को पूरा करने के लिए दही, दूध, अंडे, मछली और हरी पत्तेदार सब्जियां बेहद फायदेमंद हैं।

मैग्नीशियम और नींद की गुणवत्ता

मैग्नीशियम भले ही विटामिन न हो, लेकिन नींद के लिए यह बहुत ज़रूरी मिनरल है। यह दिमाग को शांत करता है और मांसपेशियों को रिलैक्स करता है। इसकी कमी से नींद की गुणवत्ता प्रभावित होती है और नींद बार-बार टूट सकती है।
बादाम, अखरोट, केले और हरी पत्तेदार सब्जियां खाकर मैग्नीशियम की कमी को पूरा किया जा सकता है।

नींद सुधारने के अन्य उपाय

सोने से पहले मोबाइल और लैपटॉप का इस्तेमाल कम करें।
कैफीन और बहुत भारी भोजन से बचें।
गहरी सांसों, मेडिटेशन या योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
रोज़ाना एक ही समय पर सोने और उठने की आदत बनाएं।

डॉक्टर की सलाह लेना ज़रूरी

अगर नींद की समस्या लंबे समय तक बनी रहती है तो इसे नज़रअंदाज न करें। यह सिर्फ तनाव का नतीजा नहीं, बल्कि शरीर में विटामिन्स और मिनरल्स की कमी का संकेत भी हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर की सलाह लेना और ज़रूरत पड़ने पर सप्लीमेंट्स का सेवन करना ज़रूरी है।

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य जागरूकता और शैक्षणिक उद्देश्य के लिए है। यह किसी भी तरह से चिकित्सीय परामर्श का विकल्प नहीं है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या या इलाज के लिए हमेशा अपने चिकित्सक या योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श लें।

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