Missed Periods Causes: महिलाओं के लिए पीरियड्स का समय शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से बदलाव लेकर आता है। ऐसे में अगर किसी महीने पीरियड्स मिस हो जाएं, तो सबसे पहला ख्याल गर्भावस्था का आता है। हालांकि, हर बार पीरियड्स मिस होने का मतलब प्रेग्नेंट होना नहीं होता। इसके पीछे कई अन्य कारण भी हो सकते हैं, जिनके बारे में जानना जरूरी है ताकि बेवजह की टेंशन और कंफ्यूजन से बचा जा सके।
पीरियड्स मिस होने के प्रमुख कारण
तनाव और मानसिक स्वास्थ्य
विशेषज्ञों के अनुसार, लगातार तनाव, चिंता और नींद की कमी मासिक चक्र को प्रभावित कर सकती है। तनाव के दौरान शरीर में कॉर्टिसोल हार्मोन ज्यादा बनता है, जो ओव्यूलेशन और हार्मोनल बैलेंस को बिगाड़ देता है। नतीजा, पीरियड्स देर से आना या पूरी तरह मिस होना।
PCOS और थायरॉइड समस्याएं
गाइनोकॉलजिस्ट का कहना है कि कई महिलाओं में PCOS (Polycystic Ovary Syndrome) और थायरॉइड डिसऑर्डर (हाइपोथायरॉइड/हाइपरथायरॉइड) भी पीरियड्स मिस होने का बड़ा कारण होते हैं। PCOS में ओवरीज़ में छोटे-छोटे सिस्ट बन जाते हैं, जिससे ओव्यूलेशन प्रभावित होता है। वहीं, थायरॉइड हार्मोनल असंतुलन मासिक चक्र को बिगाड़ देता है।
वजन का उतार-चढ़ाव
शरीर का वजन भी मासिक धर्म को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभाता है।
अत्यधिक वजन: मोटापा होने पर शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन ज्यादा बनने लगता है, जिससे पीरियड्स रुक सकते हैं।
कम वजन: बहुत कम या अचानक वजन घटने पर शरीर ऊर्जा बचाने के लिए ओव्यूलेशन रोक देता है, जिससे पीरियड्स मिस हो जाते हैं।
दवाइयों का असर
हार्मोनल दवाइयां या बर्थ कंट्रोल पिल्स भी पीरियड्स मिस होने का कारण बन सकती हैं। कई बार दवाइयां बंद करने के बाद भी शरीर को सामान्य साइकिल में लौटने में समय लगता है।
मेनोपॉज़ और पेरिमेनोपॉज़
40 की उम्र के बाद महिलाओं में पेरिमेनोपॉज़ शुरू हो सकता है। इस दौरान पीरियड्स कभी जल्दी आते हैं, कभी देर से या कई बार बिल्कुल मिस हो जाते हैं। यह आगे चलकर मेनोपॉज़ में बदल जाता है।
कब लें डॉक्टर की सलाह?
अगर बार-बार पीरियड्स मिस हो रहे हैं और साथ ही निम्नलिखित लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत गाइनोकॉलजिस्ट से संपर्क करना चाहिए:
पेट में लगातार दर्द
अत्यधिक थकान
बाल झड़ना
वजन अचानक बढ़ना या घटना
अनियमित ब्लीडिंग
पीरियड्स मिस होना हमेशा गर्भावस्था का संकेत नहीं है। इसके पीछे तनाव, हार्मोनल असंतुलन, PCOS, थायरॉइड, वजन में उतार-चढ़ाव और उम्र से जुड़े बदलाव जैसे कई कारण हो सकते हैं। समय पर सही कारण पहचानकर और डॉक्टर की सलाह लेकर महिलाओं को अपनी प्रजनन और संपूर्ण स्वास्थ्य को संतुलित रखना चाहिए।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य जागरूकता और शैक्षणिक उद्देश्य के लिए है। यह किसी भी तरह से चिकित्सीय परामर्श का विकल्प नहीं है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या या इलाज के लिए हमेशा अपने चिकित्सक या योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श लें।
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