Malasana Benefits: योगासन को हमेशा से शरीर और मन को स्वस्थ रखने का सबसे आसान और असरदार तरीका माना गया है। इन्हीं आसनों में से एक है मलासन (Malasana) जिसे गारलैंड पोज या स्क्वाट पोज भी कहा जाता है। यह आसन इतना सरल है कि इसे कोई भी आसानी से कर सकता है। न्यूट्रिशनिस्ट और डायबिटीज एजुकेटर खुशी छाबड़ा के अनुसार, अगर आप रोजाना सुबह खाली पेट केवल 5 मिनट मलासन करते हैं तो इससे पाचन से लेकर पेल्विक हेल्थ तक कई फायदे मिलते हैं।
मलासन करने के प्रमुख फायदे
पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है
मलासन करने से पेट पर हल्का दबाव पड़ता है, जिससे पाचन एंजाइम एक्टिव होते हैं और खाना आसानी से पचने लगता है। इससे अपच और भारीपन की समस्या दूर होती है।
आंतों और कोलन की सफाई
यह पोज कोलन और आंतों को सही पोजिशन में लाता है। इससे पेट साफ करना आसान हो जाता है और कब्ज, गैस जैसी समस्याओं में राहत मिलती है।
हिप्स और पैरों की मजबूती
मलासन हिप्स, जांघों और पैरों की मांसपेशियों को मजबूत करता है। जो लोग लंबे समय तक बैठकर काम करते हैं, उनके लिए यह आसन बहुत फायदेमंद है।
पेल्विक हेल्थ में सुधार
खुशी छाबड़ा के मुताबिक, मलासन पेल्विक फ्लोर को रिलैक्स करता है और खासकर महिलाओं के लिए पेल्विक हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद करता है।
लचीलापन और बैलेंस
यह आसन शरीर का लचीलापन बढ़ाता है और बैलेंस को बेहतर करता है। नियमित अभ्यास से शरीर एक्टिव और एनर्जेटिक रहता है।
कब और कैसे करें मलासन?
सुबह खाली पेट मलासन करना सबसे अच्छा होता है।
शुरुआत में 1-2 मिनट करें और धीरे-धीरे इसे 5 मिनट तक ले जाएं।
बेहतर नतीजों के लिए मलासन करते हुए गुनगुना पानी पी सकते हैं।
मलासन एक बेहद आसान लेकिन असरदार योगासन है। इसे अपनी सुबह की दिनचर्या में शामिल करने से न केवल पाचन क्रिया बेहतर होती है बल्कि हिप्स, पेल्विक हेल्थ और मांसपेशियों पर भी सकारात्मक असर पड़ता है। नियमित रूप से सिर्फ 5 मिनट का यह अभ्यास आपको अंदर से स्वस्थ और ऊर्जावान बना सकता है।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य जागरूकता और शैक्षणिक उद्देश्य के लिए है। यह किसी भी तरह से चिकित्सीय परामर्श का विकल्प नहीं है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या या इलाज के लिए हमेशा अपने चिकित्सक या योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श लें।
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