Almonds Benefits: बादाम को सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं माना जाता। यह न सिर्फ ब्रेन हेल्थ को बेहतर बनाता है, बल्कि हार्ट हेल्थ, वजन प्रबंधन और ओवरऑल फिटनेस के लिए भी बेहद फायदेमंद है। इसलिए कई लोग इसे रोजाना अपनी डाइट में शामिल करते हैं, खासकर रातभर भिगोकर खाने की आदत बहुत कॉमन है।
बादाम में मौजूद पोषक तत्व
हेल्थलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, बादाम में फाइबर, प्रोटीन, हेल्दी फैट्स, विटामिन E, मैग्नीशियम और मैंगनीज भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने और सेल्स को डैमेज से बचाने का काम करते हैं।
क्या कहती है रिसर्च?
जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, जो लोग रोजाना 60 ग्राम या उससे अधिक बादाम खाते हैं, उनके शरीर में एंटीऑक्सीडेंट लेवल बढ़ जाते हैं। इससे ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के बायोमार्कर्स कम होते हैं और डीएनए प्रोटेक्शन मजबूत होता है।
स्टडी में पाया गया कि स्मोकिंग करने वाले युवाओं में, जिन्हें रोजाना 84 ग्राम बादाम खाने के लिए कहा गया, उनमें:
डीएनए डैमेज लगभग 28% तक कम हुआ
लिपिड पेरोक्सीडेशन में 34% तक कमी आई
डीएनए स्ट्रैंड ब्रेक में लगभग 23% कमी दर्ज की गई
ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस क्यों खतरनाक है?
जब शरीर में फ्री रेडिकल्स की मात्रा बढ़ जाती है तो वे सेल्स को नुकसान पहुंचाते हैं। यही प्रक्रिया उम्र बढ़ने, बीमारियों और इम्यून सिस्टम कमजोर होने का कारण बनती है। बादाम में मौजूद विटामिन E, फ्लेवोनॉइड्स और पॉलीफेनॉल्स इन हानिकारक मॉलिक्यूल्स से लड़ते हैं और सेल्स को प्रोटेक्ट करते हैं।
रोजाना बादाम खाने के फायदे
ब्रेन हेल्थ में सुधार – मेमोरी और कॉग्निटिव फंक्शन बेहतर होते हैं।
हार्ट हेल्थ मजबूत – कोलेस्ट्रॉल को बैलेंस करता है और ब्लड प्रेशर कंट्रोल में मदद करता है।
एंटी-एजिंग इफेक्ट – सेल्स को नुकसान से बचाकर त्वचा और शरीर को जवान बनाए रखता है।
एनर्जी बूस्टर – इसमें मौजूद हेल्दी फैट्स और प्रोटीन लंबे समय तक एनर्जी देते हैं।
वजन मैनेजमेंट – फाइबर और प्रोटीन भूख को कंट्रोल कर वज़न कम करने में सहायक होते हैं।
कितना बादाम खाना सही है?
एक दिन में लगभग 40–45 बादाम (लगभग 60 ग्राम) खाने से सबसे अच्छा परिणाम मिलता है। हालांकि, कम मात्रा में भी इसका फायदा मिलता है। लेकिन याद रहे, किसी भी चीज की अधिकता नुकसानदेह हो सकती है।
बादाम को अपनी डेली डाइट का हिस्सा बनाना हेल्थ के लिए बेहद फायदेमंद है। यह न सिर्फ ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है बल्कि शरीर को सेलुलर लेवल पर सपोर्ट देकर हेल्दी और एनर्जेटिक बनाए रखता है।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य जागरूकता और शैक्षणिक उद्देश्य के लिए है। यह किसी भी तरह से चिकित्सीय परामर्श का विकल्प नहीं है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या या इलाज के लिए हमेशा अपने चिकित्सक या योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श लें।
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