Better Sleep Habits: नींद हमारे जीवन के लिए उतनी ही जरूरी है जितनी हवा, पानी और भोजन। अगर शरीर को पर्याप्त नींद न मिले तो यह हमारी इम्यूनिटी, मानसिक स्वास्थ्य और हार्मोनल बैलेंस को प्रभावित करती है। नींद की कमी से मोटापा, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज़ और डिप्रेशन जैसी समस्याओं का खतरा भी बढ़ सकता है। रिसर्च में पाया गया है कि कुछ छोटी-छोटी आदतें नींद की गुणवत्ता को काफी हद तक सुधार सकती हैं। आइए जानते हैं नींद बेहतर बनाने के 6 आसान और वैज्ञानिक उपाय:
नींद न आने पर बिस्तर छोड़ दें
अगर आप आधे घंटे से ज्यादा समय तक बिस्तर पर लेटे रहते हैं और नींद नहीं आ रही, तो तुरंत उठ जाएं। किसी शांत जगह पर जाएं, किताब पढ़ें या हल्का संगीत सुनें। ध्यान रहे कि इस दौरान मोबाइल, टीवी जैसी स्क्रीन से दूरी बनाए रखें। यह दिमाग को आराम देगा और नींद जल्दी आएगी।
ध्यान और रिलैक्सेशन तकनीक अपनाएं
मेडिटेशन या डीप ब्रीदिंग जैसी तकनीकें मन को शांत करती हैं और तनाव कम करती हैं। सोने से पहले कुछ मिनट ध्यान लगाने से नींद जल्दी और गहरी आती है।
नियमित नींद का शेड्यूल बनाएं
नींद का समय रोज़ाना एक जैसा होना चाहिए। चाहे वर्किंग डे हो या वीकेंड, कोशिश करें कि आप एक ही समय पर सोएं और उठें। यह आपके बॉडी क्लॉक को स्थिर करता है और नींद आसानी से आने लगती है।
कमरे में रोशनी कम करें
अच्छी नींद के लिए अंधेरा बेहद जरूरी है। सोने से एक घंटा पहले घर की तेज़ रोशनी बंद करके हल्की रोशनी का इस्तेमाल करें। यह आपके दिमाग को संकेत देता है कि अब सोने का समय है।
कमरे का तापमान ठंडा रखें
रिसर्च के अनुसार, नींद के लिए लगभग 18 से 19 डिग्री सेल्सियस तापमान सबसे उपयुक्त माना जाता है। ठंडा और आरामदायक वातावरण शरीर को जल्दी सुलाने और पूरी रात नींद बनाए रखने में मदद करता है।
शराब और कैफीन से दूरी बनाएं
कई लोग मानते हैं कि शराब या कॉफी से नींद जल्दी आती है, लेकिन यह नींद की गुणवत्ता को खराब कर देते हैं। शराब गहरी नींद को बाधित करती है और कैफीन दिमाग को सतर्क बनाए रखता है। बेहतर नींद के लिए इनसे बचें।
नींद सिर्फ आराम का समय नहीं बल्कि शरीर और दिमाग के रिपेयर का प्रोसेस है। यदि आप इन छोटे-छोटे बदलावों को अपनी दिनचर्या में शामिल कर लें तो अनिद्रा और बेचैन रातों से छुटकारा पाया जा सकता है। अच्छी नींद आपको हेल्दी, एनर्जेटिक और मानसिक रूप से फिट बनाए रखती है।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य जागरूकता और शैक्षणिक उद्देश्य के लिए है। यह किसी भी तरह से चिकित्सीय परामर्श का विकल्प नहीं है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या या इलाज के लिए हमेशा अपने चिकित्सक या योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श लें।
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